निम्न रक्तचाप लो ब्लड प्रेशर के कारण लक्षण व आयुर्वेदिक उपचार
इसे पिछले ब्लॉग में हमने आपको हाई ब्लड प्रेशर के बारे में बताया था लेकिन हाई ब्लड प्रेशर के अलावा लो ब्लड प्रेशर का नाम का भी एक रोग होता है जो कि हाई ब्लड प्रेशर के जितना ही खतरनाक और जानलेवा होता है.
इस रोग के उत्पन्न होने के भी ज्यादातर लोगों में वही कारण और वही लक्षण देखने को मिलते हैं जो कि हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों में होते हैं लेकिन इसमें कुछ ऐसी भी चीजें होती हैं जो कि हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों में नहीं मिलती
तो आज किस ब्लॉग में हम बात करेंगे लो ब्लड प्रेशर के बारे में इस ब्लॉग में हम आपको लो ब्लड प्रेशर होने के कारण, लक्षण, उपचार आदि के बारे में बताने वाले हैं.
निम्न रक्तचाप
Low blood pressure in Hindi – जैसा कि आप सभी जानते हैं जब किसी इंसान का ब्लड प्रेशर हाई होता है तब उसके खून का सत्र बढ़ जाता है लेकिन जिस इंसान में लो ब्लड प्रेशर की समस्या आती है उस इंसान के शरीर में खून की कमी होने लगती है उस इंसान के खून का सत्र नीचे की तरफ चला जाता है
और रोगी के दिमाग और हृदय तक सही से खून नहीं पहुंच पाता जिससे रोगी के शरीर में अनेक प्रकार के अलग-अलग रोग उत्पन्न होने लगते हैं यह ज्यादातर 30 वर्ष की ऊपर से आयु वाले इंसानों में होता है
लेकिन आज के बदलते समय में औरत भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण यह रोग कम उम्र के लोगों और बच्चों में देखने को मिल रहा है साधारण भाषा में इस रोग को निम्न रक्तचाप या हाइपोटेंशन रोग नाम से भी जाना जाता है यह रोग एक अदृश्य रोग होता है जिससे इंसान शारीरिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ नजर आता है लेकिन इस रोग से ग्रस्त रोगी मानसिक रूप से बिल्कुल कमजोर हो जाता है
निम्न रक्तचाप के कारण
Cause to low blood pressure in Hindi – अगर इस रोग के उत्पन्न होने के कारणों के बारे में बात की जाए तो इस रोग के पीछे कई प्रकार के कारणों का हाथ हो सकता है लेकिन सामान्य तौर पर इस रोग का सबसे बड़ा और मुख्य कारण भाग दौड़ भरी जिंदगी को ही माना गया है
क्योंकि भागदौड़ क्योंकि तेजी से बदलते समय के कारण हम अपने शरीर के ऊपर इतना ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं और हमारी शारीरिक जरूरतों को पूरा नहीं करते हैं जिससे ज्यादातर लोगों में लो ब्लड प्रेशर की समस्या होने लगती है लेकिन इसके अलावा भी इसके कई और कारण होते हैं जैसे एक जगह पर बैठे बैठे काम करना,
ज्यादा शराब बीड़ी तंबाकू सिगरेट आदि का सेवन करना, ज्यादा नशीली चीजों का सेवन करना, लंबे समय तक एलोपैथिक दवाओं का इस्तेमाल करना, भुखमरी, कुपोषण, लड़ाई झगड़ा पत्नी से अनबन, किसी बात का डर होना, किसी घटना को बार-बार याद करना,
बच्चों की चिंता, मानसिक तनाव, किसी चीज के बारे में बार बार सोचना, घर परिवार का बोझ बेरोजगारी आदि इस समस्या के कई कारण होते हैं
निम्न रक्तचाप के लक्षण
Symptoms of low blood pressure in Hindi – जिस तरह से हमने आपको पहले भी बताया कि यह रोग एक अदृश्य रोग है इसके लक्षणों को पहचानना बहुत कठिन है इसलिए इस रोग में आपको ऐसे लक्षण देखने को मिलेंगे
जो कि आप आसानी से पहचान सकते हैं जैसे रोगी का स्वभाव चिड़चिड़ा व घुसल होना, रोगी को बेचैनी व घुटन महसूस होना, रोगी को हल्का बुखार रहना, रोगी का बदन व सर दर्द होना, रोगी को बार बार चक्कर आना,
आंखों में अंधेरा छाना, रोगी के हाथ पैर ठंडे पढ़ना, बार-बार बेहोशी की समस्या होना, रोगी को लेटने, खड़े, होने व बैठने में समस्या होना, रोगी के जोड़ों में दर्द होना, रोगी को पीलिया रोग होना, रोगी की भूख, प्यास बिल्कुल कम होना, रोगी को नींद ना आना, रोगी का चेहरा बिल्कुल लटका हुआ नजराना, रोगी के आंख में नाखून पीले होना आदि बहुत सारी लक्षण देखने को मिलते हैं
क्या करना चाहिए
- रोगी को सुबह उठते ही अच्छी तरह से फ्रेश होना चाहिए
- रोगी को हर रोज सुबह जल्दी उठना चाहिए
- हर रोज सुबह-सुबह खाली पेट प्राणायाम, व्यायाम आदि करने चाहिए
- रोगी को हर रोज सुबह सुबह खुली हवा में सैर करनी चाहिए
- रोगी को साइकिलिंग व घुड़सवारी करनी चाहिए
- रोगी को हमेशा हल्का और सुपाच्य भोजन करना चाहिए
- रोगी को ज्यादा हंसने हंसाने वाले मजाक व कॉमेडी वीडियो देखनी चाहिए
- रोगी को समय-समय पर बाहर घूमने जाना चाहिए
- रोगी को लड़ाई झगड़े से बिल्कुल दूर रहना चाहिए
- रोगी को ज्यादा से ज्यादा नींद देनी चाहिए
क्या करना नहीं चाहिए
- रोगी को ज्यादा तंबाकू बीड़ी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए
- रोगी को पूरा दिन एक जगह पर बैठे बैठे काम नहीं करना चाहिए
- रोगी को ज्यादा हस्तमैथुन नहीं करना चाहिए
- रोगी को ज्यादा तले भुने हुए भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए
- रोगी को पूरा दिन फोन या लैपटॉप आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
- रोगी को अपने शरीर का वजन ज्यादा नहीं बढ़ने देना चाहिए
- रोगी को अपने शरीर में आलस्य नहीं पालना चाहिए वह अपना काम खुद करना चाहिए
उपाय
- रोगी को ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए
- रोगी को चुकंदर के जूस का सेवन करना चाहिए यह आपके ब्लड लेवल को नियंत्रण में रखता है
- रोगी को केला अनार तरबूज अंगूर जैसे फलों का सेवन करना चाहिए
- रोगी के भोजन में नमक की मात्रा को बढ़ा देना चाहिए
- रोगी को एक साथ ज्यादा भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए
- रोगी को आधा कप ट्रॉफी का सेवन करना चाहिए
- रोगी को हर रोज 5/7 तुलसी के पत्तों को सूचना चाहिए
- रोगी को एक गिलास लस्सी में भुना हुआ जीरा व हींग डालकर पीनी चाहिए
- रोगी को नियमित रूप से दालचीनी के पाउडर को गर्म पानी के साथ लेना चाहिए
- रोगी को आंवले के रस में शहद को मिलाकर लेना चाहिए
लेकिन फिर भी अगर किसी इंसान में लो ब्लड प्रेशर की समस्या बार-बार उत्पन्न हो रही है तब उसको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए वह अपने टेस्ट आदि करवा कर दवाइयां लेनी चाहिए क्योंकि यह एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जिससे रोगी के शरीर में कई रोग उत्पन्न हो सकते हैं इसलिए इस समस्या के लिए का लक्षण दिखाई देते ही तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए
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