लो ब्लड प्रेशर क्या है इसके लक्षण व उपचार
जैसा कि आप जानते हैं मानव शरीर में बहुत सारी मांसपेशियां और नशे हैं और हमारे पूरे शरीर में खून को सुचारू रूप से चलाना नसों का ही काम होता है लेकिन कई बार हमारे खून या हमारी नसों में दिक्कत आने के कारण हमें कई प्रकार की समस्याएं होती है और कई बार नस ब्लॉक या खून जम जाने से हमारी नशे पट भी जाती है.
जिससे हमारी मृत्यु भी हो सकती है लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसी समस्याएं हैं जिनसे हमारे ब्लड की गति ऊपर नीचे होने लगती है इसी तरह से एक समस्या है लो ब्लडप्रेशर जिसके बारे में आप सभी ने सुना होगा यह एक खतरनाक समस्या है और आजकल यह समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है तो आज किस ब्लॉक में हम लोग पढ़ लो ब्लड प्रेशर के बारे में ही बात करने वाले है.
लो ब्लड प्रेशर
सबसे पहले हम बात करते हैं लो ब्लड प्रेशर क्या होता है लो ब्लड प्रेशर को हिंदी में निम्न रक्तचाप कहा जाता है और यह समस्या तब उत्पन्न होती है जब किसी इंसान के हृदय की प्रत्येक धड़कन के साथ अधिकतम दबाव (सिस्टोलिक प्रेशर) 110 से 80 मिमी मरकरी और न्यूनतम (डायस्टोलिक प्रेशर) 60 मिमी मरकरी रहता है तब उसे निम्न रक्तचाप कहा जाता है और आजकल यह समस्या हर दूसरे इंसान में पैदा हो रही हैं क्योंकि आजकल के भागदौड़ भरे जीवन में हम हमारे दैनिक कार्यों के ऊपर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते जिससे हमें यह समस्या उत्पन्न होती हैं
लो ब्लड प्रेशर के कारण
किसी भी इंसान को लो ब्लड प्रेशर की समस्या होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे पौष्टिक भोजन का अभाव, कुपोषण, शरीर में खून व् जलीय अंशों की कमी, बड़ी धमनियों का अवरोध, मानसिक आघात, तनाव, शौक, चिंता, क्रोध ज्यादा उपवास, कम सोना, शरीर का कमजोर होना, दुर्बलता व थकावट अधिक रक्तस्राव होना, नकारात्मक चिंतन करना, हृदय रोग, पिट्यूटरी और थायराइड जैसी ग्रंथियों से हार्मोन्स का स्राव कम होना, अतिसारऔर एडिसन रोग बुखार और क्षय होना ज्यादा उत्तेजक पदार्थों का सेवन करना ज्यादा शराब, बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू आदि का सेवन करना
लो ब्लड प्रेशर के लक्षण
किसी इंसान में लो ब्लड प्रेशर की समस्या उत्पन्न होती है तब उसके अंदर कई लक्षण देखने को मिलते हैं और इसके कई मुख्य लक्षण भी होते हैं जैसे शरीर में थकावट दुर्बलता और कमजोरी होना, हाथ पैर ठंडे होना, आंखों में अंधेरा छाना, बार बार चक्कर आना, शरीर में आलस रहना, मस्तिष्क अवसाद होना, ज्यादा गुस्सा और शोक प्रकट करना, निराशा रहना, हाथ पैरों में झुनझुनाहट होना, भ्र्म पैदा होना, बेहोश होना, भूलने की आदत लगना, जल्दी साँसें फूलना जाना, सिर दर्द रहना, भारी काम करने पर जल्दी थकावट होना, हृदय की गति बढ़ जाना, चिड़चिड़ापन होना और ज्यादा गर्मी और सर्दी के मौसम में समस्या बढ़ना ये कुछ ऐसे लक्षण हैं जो कि निम्न रक्तचाप की समस्या में दिखाई देते हैं
क्या खाना चाहिए
जब किसी को लो ब्लड प्रेशर होने लगता है तब उस इंसान को खाने पीने की चीजों के ऊपर ध्यान देने की जरूरत होती है क्योंकि अगर वह ऐसा नहीं करता तो यह समस्या बढ़ सकती है और बाद में आपको और भी ज्यादा परेशानी हो सकती है और कुछ अच्छी चीजों के सेवन से आप स्कूल कंट्रोल भी कर सकते हैं
- आपको हमेशा मीठी और पोस्टिक फलों का सेवन करना चाहिए और उनका जूस पीना चाहिए
- आपको गर्म चाय और कॉफी का सेवन करना चाहिए
- आपको हमेशा सुपाच्य व पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए
- आपको बादाम, काजू, पिस्ता, छुहारा, किशमिश और तिल आदि का सेवन करना चाहिए
- आपको मांस, कलेजी, तिल का तेल, अंडा और दूध आदि का सेवन करना चाहिए
- आपको भोजन में नमक, लहसुन, चीनी और सोयाबीन जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए
क्या नहीं खाना चाहिए
- आपको ज्यादा ठंडे पेय और खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए
- आपको ज्यादा मिर्च मसालेदार भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए
- आपको ज्यादा नशीले पदार्थ जैसे तंबाकू, शराब, बीड़ी, सिगरेट का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए
- आपको ज्यादा तले हुए व भारी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए
- आपको बे मौसमी व बासी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए
- आपको बिना भूख जबरदस्ती खाना नहीं खाना चाहिए
- आपको होटल का खाना खाने से बचना चाहिए
क्या करना चाहिए
- सुबह-सुबह आपको सुबह-सुबह खुली हवा में घूमने जाना चाहिए
- आपको हर रोज सुबह सुबह व्यायाम व कसरत करनी चाहिए
- आपको हर रोज समय पर सोना चाहिए वह सुबह जल्दी उठना चाहिए
- आपको ज्यादा मानसिक दबाव नहीं डालना चाहिए वह मानसिक उलझनों से दूर रहना चाहिए
- आपको कब्ज व गैस की शिकायत उत्पन्न नहीं होने देनी चाहिए इसके लिए नियमित उपाय करें
- आपको हमेशा शांत व खुश मिजाज रहना चाहिए
- आपको शारीरिक व मानसिक रूप से आराम करना चाहिए
क्या नहीं करना चाहिए
- आपको देर रात तक जागते नहीं करना चाहिए
- आपसे ज्यादा संभोग व हस्तमैथुन नहीं करना चाहिए
- आपको ज्यादा कठोर कार्य करने से बचना चाहिए
- आपको गर्म पानी से स्नान नहीं करना चाहिए
- आपको शारीरिक व मानसिक दबाव वाले काम नहीं करना चाहिए
- आपको ज्यादा गर्मी में बाहर नहीं जाना चाहिए
- आपको लड़ाई झगड़े से दूर रहना चाहिए
- आपको अकेले नहीं रहना चाहिए क्योंकि इससे आपको अलग-अलग प्रकार की गलत विचार मन में आते हैं
निम्न रक्तचाप का आयुर्वेदिक इलाज
आयुर्वेदिक मेडिसिन फॉर लो ब्लड प्रेशर- अगर फिर भी आपको निम्न रक्तचाप की समस्या उत्पन्न होती है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए और डॉक्टर की सलाह देनी चाहिए या कुछ आयुर्वेदिक दवाइयों व औषधियों का भी इस्तेमाल करके आप निम्न रक्तचाप की समस्या को दूर कर सकते हैं जिनके बारे में हमने आपको नीचे बताया उन सभी को आप डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इस्तेमाल करें
- पूर्ववत्पा लरिविनफोर्टपिल 1-2 गोली दिन में 2 बार सुबह-शाम रोगी को दूध के साथ सेवन करायें।
- ज्वाला त्रिशक्ति कैपसूल 1-1 कैपसूल सुबह-शाम पानी से दें।
- आयुर्वेद विकास संस्थान एनर्जिक 31 कैपसूल 2 कैपसूल प्रतिदिन । 1 कैपसूल सुवह नाशता से पहले (खाली पेट) और 1 कैपसूल रात को सोते समय गर्म पानी या गर्म दूध से दें। 40 दिन का कोर्स है।
निम्न रक्तचाप के लिए घरेलु उपचार
निम्न रक्तचाप या हृदय दुर्बलता के कारण रोगी के मूर्छित हो जाने पर हरे आंवले का रस+शहद (समान मात्रा में) 2-2 चम्मच मिलाकर रोगी को चटाने से रोगी होश में आ जाता है तथा हृदय की कमजोरी दूर हो जाती है। निम्न रक्तचाप का अनुभूत प्रयोग है।
निम्न रक्तचाप में बादाम का सेवन परम उपयोगी है। प्रतिदिन बादाम 7 नग की गिरियों को रात को पानी में भिगोकर प्रात: समय नमक-मिर्च रहित सिल पर घिसकर या बारीक पीसकर दूध के साथ सेवन करने से कुछ ही दिनों में लो ब्लडप्रैशर सामान्य हो जाता है तथा रोगी का हृदय शक्तिशाली हो जाता है।
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