निमोनिया का जड़ से इलाज Treatment Of Pneumonia At Home
निमोनिया एक ऐसा बुखार है जो हमारे शरीर को पूरी तरीके से तोड़ देता है या हमारे शरीर में आ जाने के बाद हमारे शरीर में सांस लेने की क्षमता तथा सहन शक्ति एकदम से खराब हो जाती है। हमें ठीक से सांस भी नहीं आती हमें लगता है कि हमारा गला कोई पकड़ कर दाब रहा है जैसे हमारे ऊपर कोई चढ़ा बैठा हो हमें ना तो सांस आती है ना ही हमें भूख लगती है ना कुछ खाया जाता है ना कुछ किया जाता है। किंतु केवल घर में रहो एक जगह रहो दूर रहो यह हिदायत मिलते डॉक्टर से डॉक्टर भी हाथ खड़े कर देता है। कि बिगड़ जाने पर जिसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ता है निमोनिया का यदि घरेलू उपाय और समय से उपाय हो जाए तो हमें यह समस्या ज्यादा देर तक परेशान नहीं कर सकती।
आज हम आपके लिए एक ऐसा ही घरेलू उपाय एक या एक से ज्यादा उपाय लेकर आए हैं जो आपको घर बैठे निमोनिया से जल्दी राहत देने का काम करेगा। निमोनिया गंभीर बीमारी में लापरवाही बरतने बहुत खतरनाक हो सकता है इसमें जान भी जा सकती है। इसलिए कोई भी उटपटांग दवा खाए बिना यदि हम अपने घर की दवाओं का सेवन करके ही निमोनिया से जल्दी स्वस्थ हो जाए इससे बड़ी कोई चीज नहीं हो सकती आज हम आपके लिए घरेलू उपाय आए हैं। जिसको करके आप बिना किसी साइड इफेक्ट आफ निमोनिया को ठीक कर पाएंगे और जल्दी रिकवर हो पाएंगे इस खतरनाक बीमारी से यदि आपको जानना है तो बने रहिए हमारे साथ चलिए शुरू करते हैं.
क्या है निमोनिया के घरेलू उपाय
what is treatment of Pneumonia at home – वैसे तो व्यक्तियों में आम है सर्दी जुखाम समय समय मौसम चेंज होते हैं किसी न किसी प्रकार का वायरस इनफेक्शन हमारे शरीर में बढ़ने लगता है। खांसी जुकाम बुखार आने लगती है। सर्दी शुरू होते ही खांसी बुखार जुखाम होने लगता है इंतजार करने के बाद ठीक हो जाता है। लेकिन एक समस्या यदि कई दिनों तक बनी रहे यह समस्या आम होती आम सर्दी जुखाम नहीं होता। इसे गंभीरता से लेना चाहिए हो सकता है आप को निमोनिया हो गया हो जो कि बेहद ही शरीर को नुकसान पहुंचाने वाली बीमारी होती है। निमोनिया में सर्दी जुखाम बुखार इतना तेज हो जाता है कि हमें सांस लेने में भी दिक्कत आती है तथा हमारा शरीर इतना टूटता है इतनी थकावट लगती है जैसे कि हम कोई पहाड़ चढ़कर आएंगे यदि बहुत दिनों तक बुखार ना जाए तो हमें समझ लेना चाहिए कोई बीमारी ही हमें लग चुकी है। जिसका उपचार में पूरी तरीके से करना चाहिए।
निमोनिया होने के कारण
- निमोनिया की शुरुआत हमारे शरीर में नॉर्मल सर्दी जुखाम और हल्के बुखार से ही शुरू होती है धीरे-धीरे हमारे फेफड़े को अपनी गिरफ्त में लेने लगती है।
- और हमें पता भी नहीं चलता हमें कुछ दिनों में निमोनिया की शिकायत होने लगती है और हम पूरी तरीके से बीमारी की चपेट में आ जाते हैं।
- मौसम के बदलाव में हमेशा इस बीमारी का आगमन हमारे शरीर में होता है बिना जाने समझे ऐसे किसी डॉक्टर की दवा खाना मार्केट से दवा खाना।
- यह सारी चीजें और भी घातक हो जाती है यह गलती एक आदमी नहीं करता हर आदमी ज्यादातर यही गलती करता है।
- कि थोड़ा सा भी दिक्कत ज्यादा बड़ी मार्केट से दवा लाई खाकर आराम करने लगे धीरे-धीरे बीमारी खतरनाक हो जाती है और कंट्रोल से बाहर हो जाती है।
- यदि सही समय पर सही इलाज कर दिया जाए तो किसी भी बीमारी की इतनी मजाल नहीं है कि वह हमारे शरीर में गंभीरता का कारण बने यदि कोई भी चीज हमारे शरीर में बीमारी की तरह उत्पन्न हो रही है।
- उसके लिए हमें बाजार की दवाओं के बजाए घरेलू उपचारों को ध्यान में रखकर करना चाहिए ताकि हमें कोई साइड इफेक्ट भी ना हो और बीमारी भी हमारी चीज हो जाए।
निमोनिया के घरेलू उपाय
निमोनिया को ठीक करने के लिए घरेलू उपाय बहुत अच्छे होते हैं और कारगर साबित होते हैं यदि हम ध्यानपूर्वक और सावधानीपूर्वक समय से बीमारी का इलाज घर से ही शुरु कर दें। तो ना तो इसके साइड इफेक्ट का खतरा रहेगा और ना ही बीमारी को ज्यादा बढ़ने का निमोनिया को ठीक करने में
लहसुन का सेवन
लहसुन एंटीबायोटिक प्राकृतिक कैप्सूल है जिसका उपयोग विभिन्न बीमारियों में किया जाता है यह कई तरह से हमारे शरीर में फायदेमंद होती है हमारे शरीर में इम्यूनिटी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में लहसुन का बहुत बड़ा हाथ होता है। यदि कोई कमजोर व्यक्ति लहसुन का सेवन करना शुरू कर दें नियम पूर्वक तो जल्दी हो कमजोरी से बाहर निकल सकता है बड़ी से बड़ी बीमारियों में लहसुन का उपयोग हमारे आयुर्वेदा चार करते हैं। निमोनिया बीमारी का प्रयोग किया जाता है।
आप निमोनिया को कंट्रोल कर सकते हैं लेकिन इसे उपयोग करने के लिए हमारे पास जानकारियां होना बेहद जरूरी है। इसे उपयोग करने के लिए अलग-अलग बीमारियों में अलग-अलगउपयोग किया जाता है।इस में यदि किसी को निमोनिया की बीमारी हो गई है तो उसको लहसुन का सेवन निमोनिया की बीमारी में इंफेक्शन को फेफड़े की सफाई तो करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग एक कप दूध 4 कप पानी में 4 लहसुन के जवे को उबालकर मरीज को यदि दो-तीन बार ठंडा करके दिया जाए तो निमोनिया की बीमारी में उसे काफी हद तक सुधार व फायदा मिल जाता है।
हींग का तेल का उपयोग
हींग का तेल का उपयोग किस प्रकार सीने में किया जाता है जिससे कि सीने में बहुत ज्यादा गर्मी पैदा हो जाए हींग में इतनी ताकत होती है कि वह अंदर तक की गर्मी को पहुंचाता है। इनका उपयोग किसी भी तेल में गर्म करके किया जाता है। सरसों का तेल हो या ऑलिव ऑयल में थोड़ा सा मिलाकर गर्म करके पीने पर मिलने से मन में से निमोनिया होता है।
यदि निमोनिया का प्रवाह ज्यादा हो गया है तो दिन में तीन चार बार सरसों के तेल और इनकी तथा उसमें जमाई लहसुन भी मिलाकर गर्म करके इन्हें पर निकाला जाता है। यह हमारे शरीर में काफी देर तक गर्मी बनाए रखता है। जिससे कि फेफड़े का काश तथा इन्फेक्शन झड़ना शुरू हो जाता है। और हमेशा साथ लेने में भी आसानी होने लगती है। धीरे-धीरे तीन-चार दिन या पोस्ट करने के बाद निमोनिया बुखार शरीर को छोड़ देता है।
हल्दी वाले दूध का प्रयोग
हमारे शरीर में दूध ताकत पैदा करता है और हल्दी हमें रोगों लड़ने की ताकत देती गर्म हल्दी और दूध निमोनिया के बीमारी में भी हम सुबह शाम लेना शुरू कर दे। तो निमोनिया होने वाले इन्फेक्शन में राहत मिलती है तथा शरीर में आई कमजोरी भी ठीक होती है लड़ने की क्षमता आती है। बीमारी से जब तक बुखार ना जाए दूध और हल्दी का सेवन करते रहे धीरे-धीरे करके आप बिना किसी दवा के रिकॉर्ड हो जाएंगे यदि आपको फायदा नहीं मिल रहा तो आपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
गुड़ और अदरक का सेवन
गुड में भारी मात्रा में फास्फोरस होता है जो हमारे फेफड़े को मजबूत करता है अदरक हमारे इंफेक्शन को कम करता है। यदि दोनों का मिश्रण करके हम इसे खाना शुरु कर दे दो हम बहुत ही जल्द निमोनिया की बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं। और अदरक को साथ में खाने के बाद कोई भी चीज ना खाई जाती जाती है कुछ देर के लिए जब पूरी तरीके से पहुंच जाए अच्छी तरीके से पहुंच जाए। फिर आधे घंटे बाद आप कुछ खा पी सकते हैं यदि खाने का मन हो तो ना हो मैं कोई चीज खाने की जरूरत नहीं जितना देर तक आपके अंदर गुड़ और अदरक केवल रहेगा उतना ही आपको फायदा मिलेगा पीने के इन्फेक्शन को कम करने में हां बुखार को कम करने में यह उपाय बहुत काम आता है।
मुझे उम्मीद है कि आप को यह आर्टिकल निमोनिया के घरेलू उपाय को पढ़कर आर्टिकल में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो आप भी अप्लाई कर सकते हैं या जो भी बीमार हो उसके ऊपर अप्लाई कर सकते क्योंकि यह पूरी तरीके से प्राकृतिक है इसमें किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होता।
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