बच्चों में होने वाले निमोनिया का घरेलू उपाय
अक्सर देखा गया है कि छोटे बच्चे को सर्दी जुकाम की समस्या से परेशान रहते हैं जैसे ही मौसम बदलता है बच्चों में सर्दी जुखाम बहुत जल्दी पकड़ने लगता है इसका कारण यह है कि उनकी इम्यूनिटी पावर कमजोर रहती है।
जिसकी वजह से उन्हें जल्दी जल्दी सर्दी जुखाम जैसे जैसी समस्याएं होने लगती है यह समस्या बच्चों को तकलीफ दे तो होती है साथ में बच्चे के माता-पिता का भी हाल बुरा रहता है।यह तकलीफ और तब बढ़ जाती है जब बच्चों की सर्दी जुकाम निमोनिया में बदल जाती है। निमोनिया एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से बच्चे की जान भी जा सकती है यदि लापरवाही की गई।
तो बच्चे गंभीर स्थिति में पहुंच सकते हैं समय रहते निमोनिया में बहुत जरूरी होता है आज हम निमोनिया से जुड़े घरेलू उपाय के बारे में बात करेंगे जींस को अपनाकर आप घर पर रहकर अपने बच्चों को सही इलाज करके निमोनिया जैसी गंभीर समस्या से बचा सकते हैं तथा भविष्य में बच्चों को निमोनिया ना हो इस बात से भी सावधान हो जाएंगे।
यदि आप को निमोनिया ठीक करने के घरेलू उपाय प्राप्त करनी है तो इस आर्टिकल में सारी जानकारियां आपको मिलने वाली जानने के लिए बने रहे हमारे साथ चलिए शुरू करते हैं….
क्या है बच्चों में निमोनिया के घरेलू उपाय
What are the home remedies for pneumonia in children? in Hindi – जब भी मौसम बदलता है बच्चे हमेशा बीमारी का शिकार होने लगते हैं सर्दी जुखाम की बीमारी निमोनिया में परिवर्तित होने लगती है यदि निमोनिया हो जाता है तो बच्चे बहुत कमजोर और बीमार दिखने लगते हैं। निमोनिया इंफेक्शन की बीमारी होती है
लगातार जुखाम रहने तथा लापरवाही बरतने से बच्चों में जुकाम निमोनिया का रूप ले लेती है। इंफेक्शन इस हद तक बढ़ जाता है कि बच्चे जान भी जा सकते हैं जब निमोनिया होता है तो बच्चों में बैक्टीरिया वायरल इनफेक्शन इतना बढ़ जाता है कि बच्चे ठीक से सांस भी नहीं ले पाते।
निमोनिया के लक्षण
Symptoms of pneumonia in Hindi – सर्दी जुखाम छीकने सांस लेने में तकलीफ कपकपी वाला बुखार उल्टी आना चक्कर आना मांसपेशियों में दर्द होना कोई भी खाने पीने की चीज बच्चा खाने के लिए मना कर रहा है तो उस में पूर्ण रुप से निमोनिया के लक्षण समझ लेना चाहिए और उपयोग इलाज करने में देरी नहीं करनी चाहिए।
क्या कारण है निमोनिया होने के
- बच्चों में निमोनिया होने के कई कारण होते हैं।
- बच्चे मौसम के बदलाव के साथ निमोनिया के संपर्क में आ सकते हैं
- सर्दी जुखाम ज्यादा दिन तक रहने पर बच्चे निमोनिया का शिकार हो सकते हैं।
- वायरल इंफेक्शन की वजह से बच्चे निमोनिया का शिकार हो सकते हैं।
- खाने पीने की चीजों में साफ-सफाई ना रखने से बच्चे निमोनिया का शिकार हो सकते है।
बच्चों में निमोनिया के घरेलू उपाय
Home remedies for pneumonia in children in Hindi – बच्चों को दवा से जितना दूर रखा जाए उतना ही सही रहता है बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता जितनी आप मजबूत कर पाएंगे। बच्चे जितना बीमारियों से दूर रहेंगे बार-बार बच्चों को दवा का सेवन कराना उनके लिए घातक ही साबित होता है। निमोनिया की स्थिति बच्चों में बन रही है इसका मतलब लापरवाही बच्चों के साथ हो रही है।
सबसे पहले इसमें आपको पैनिक होने की जरूरत नहीं है। धैर्य पूर्वक बच्चों के इलाज पर ध्यान देना चाहिए जिससे कि बच्चे दूसरी परेशानी में ना फंसे और आसानी से बीमारी का इलाज हो जाए निमोनिया के घरेलू इलाज की बात करें।
तो पहला उपाय है साफ सफाई
So the first solution is cleanliness in Hindi – जी हां साफ सफाई की वजह से बहुत फर्क पड़ता है बच्चे यदि जिंदगी बैक्टीरियल इंफेक्शन की संपर्क में आ रहे हैं तो सबसे पहले उन्हें साफ सफाई पर ध्यान देना चाहिए।जिससे कि बच्चे इंफेक्शन से दूर रहें और रिकवरी करने में आसानी हो बच्चों के खाने पीने की चीजों में साफ-सफाई कपड़ों में साफ-सफाई बिस्तर में साफ सफाई का विशेष तौर पर ध्यान देना बेहद कारगर साबित होता है ।
दूसरे की बात करें तो अदरक और हल्दी की चाय
Talking about others, ginger and turmeric tea in Hindi – बच्चों को निमोनिया के इंफेक्शन से रिकवरी करने के लिए उन्हें हल्दी और अदरक का गरम काढ़ा बनाकर सुबह शाम दोपहर पिलाने से बच्चों को बहुत आराम मिलता है उनके फेफड़े में इन्फेक्शन बैक्टीरिया कम करने में मदद मिलती है। और बच्चों में रिकवरी की क्षमता बढ़ जाती है इसका सेवन जरूर करना चाहिए।
तीसरे उपाय की बात करें तो पिपरमेंट की चाय
Talking about the third solution, peppermint tea in Hindi – जी हां सही सुना आपने पिपरमेंट जिसे हम आमतौर पर पान मसाले तथा कई अन्य तरह के बीमारियों में ठीक करने के लिए प्रयोग करते हैं यदि पिपरमेंट की चाय का सेवन बच्चों को छोटी थोड़ी मात्रा में कराया जाए
। तो बच्चों के अंदर फेफड़ों में निमोनिया के लक्षण को खत्म करने में तथा गले में होने वाली खरास को जल्दी ठीक करने का काम करता है पिपरमेंट सांस लेने की समस्या को भी ठीक करने में बहुत तेजी से मदद करता है।
चौथा उपाय शहद काली मिर्च अदरक का मिश्रण
Fourth solution: honey pepper ginger mixture in Hindi – जी हां सहित एक ऐसी चीज है जो किसी भी प्रकार के इंफेक्शन को एक करने में बहुत जल्दी से मदद करती है और प्रतिरोधक क्षमता को इतना बढ़ा देती है । कि रोगों से लड़ने की क्षमता शरीर में आ जाती है
शुद्ध शहद में यदि आप काली मिर्च पीसी 2 से 3 तथा अदरक के रस को आपस में तीनों को मिलाकर बच्चे को 2 से 3 टाइम दिन में खिलाते हैं ।तो बच्चे में प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ेगी और फेफड़े में इन्फेक्शन कफ़ के माध्यम से बाहर निकल आएगा। इससे निमोनिया को ठीक करने में बहुत मदद मिलती है।
पांचवा उपाय गरम पानी की भाप
Fifth solution: hot water steam in Hindi – गरम पानी की भाप छाती में जकड़न को मुंह में सांस लेने की समस्या को तथा फेफड़े में इन्फेक्शन को ठीक करने में बहुत ज्यादा मदद करता है। भगोने में गर्म पानी करके हो सके तो पानी में थोड़ा सा पिपरमेंट भी मिला सकते हैं (क्योंकि जब पानी की भाप के साथ पिपरमेंट बच्चे के अंदर प्रवेश करेगा
तो उसे बहुत राहत महसूस होगी यह आपको तुरंत दिखने लगेगा) जब पानी खूब गर्म हो जाए तो उसे थोड़ा सा ठंडा होने के लिए रख दें और उसमें की भाप बच्चे के सीने और मुंह में जाने दो यह प्रक्रिया दिन में दो तीन दो से तीन बार करने पर बच्चे की सहनशक्ति बढ़ेगी सांस लेने में दिक्कत दूर होगी तथा निमोनिया से लड़ने में मदद मिलेगी।
बच्चों में होने वाले निमोनिया का घरेलू उपाय संकेत है कि निमोनिया सुधार हो रहा है बच्चे को निमोनिया की दवा निमोनिया का टेस्ट कैसे होता है निमोनिया की एलोपैथिक दवा निमोनिया चे लक्षण व उपचार निमोनिया कितने दिन में ठीक हो जाता है निमोनिया में क्या खाना चाहिए निमोनिया का इंजेक्शन