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IPC में धाराओं का मतलब वह हमारे भारतीय संविधान में अधिकार 

IPC में धाराओं का मतलब वह हमारे भारतीय संविधान में अधिकार , IPC की धाराओं से संबंधित 5 रोचक जानकारी , IPC धाराओं की पूर्ण जानकारी

IPC में धाराओं का मतलब वह हमारे भारतीय संविधान में अधिकार 

1.धारा 307= हत्या की कोशिश 

2.धारा 302= हत्या का दंड 

3.धारा 376= बलात्कार 

4.धारा 395= डकैती 

5.धारा 377 =अप्राकृतिक कृत्य

6.धारा 396= डकैती के दौरान हत्या

7.धारा 120= षड्यंत्र रचना 

8.धारा 365 =अपहरण 

9.धारा 201= सबूत मिटाना 

10.धारा 34= सामान आशय

11.धारा 412 =छीना झपटी

12.धारा 378 =चोरी 

13.धारा 141 =विधि विरुद्ध जमाव 

14.धारा 191= मिथ्या साक्ष्य देना 

15.धारा 300 = हत्या करना 

16.धारा 309 =आत्महत्या की कोशिश 

17.धारा 310= ठगी करना 

18.धारा 312= गर्भपात कराना 

19.धारा 351= हमला करना 

20.धारा 354=स्त्री लज्जा भंग

21.धारा 362= अपहरण

22.धारा 415=छल करना

23.धारा 445= गृह भेदन

24.धारा 494=पति पत्नी के जीवन काल में पुनर्विवाह 

25.धारा 499= मानहानि 

26.धारा 511= आजीवन कारावास से दंडनीय अपराधों को करने के लिए दंड 

27.धारा 13= जुआ खेलना या सट्टा लगाना 

28.धारा 24= बेईमानी करना 

29.धारा 171= चुनाव में रिश्वत लेना या देना 

30.धारा 177= सरकारी कर्मचारी या पुलिस को गलत सूचना देना 

31.धारा 186= सरकारी काम में बाधा पहुंचाना 

32.धारा 264= गलत तोल के बांटो का प्रयोग करना 

33.धारा 216= लुटेरे, डाकू को शरण देना या छिपाना 

34.धारा 306= आत्महत्या के लिए उकसाना 

35.धारा 366= नाबालिक लड़की को ले भागना

36.धारा 420= बेईमानी से संपत्ति अर्जित करना 

37.धारा 489= जाली नोट बनाना या चलाना 

38.धारा 493= धोखे से शादी करना 

39.धारा 506= आपराधिक धमकी देना

40.धारा 509= स्त्री को अपशब्द कहना 

हमारे देश में कानून कुछ ऐसी हकीकत है जिसकी जानकारी हमारे पास नहीं होने के कारण हम अपने अधिकार से वंचित रह जाते हैं IPC में धाराओं का मतलब वह हमारे भारतीय संविधान में अधिकार 

5 रोचक जानकारी 

1.शाम के समय महिलाओं की गिरफ्तारी नहीं हो सकती कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसीजर सेक्शन 46 के तहत शाम 6:00 बजे के बाद और सुबह 6:00 से पहले भारतीय पुलिस किसी भी महिला को गिरफ्तार नहीं कर सकती फिर चाहे गुना कितना भी संगीन क्यों ना हो, अगर पुलिस ऐसा करते हुए पाई जाती है तो गिरफ्तार करने वाली पुलिस अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है इससे उस पुलिस अधिकारी की नौकरी भी जा सकती है 

2.सिलेंडर फटने से जानमाल के नुकसान पर 40 लाख रूपय तक का बीमा कवर क्लेम कर सकते हैं पब्लिक लायबिलिटी पॉलिसी के तहत अगर किसी कारण आपके घर में सिलेंडर फट जाता है और आपको जान माल का नुकसान झेलना पड़ता है तो आप तुरंत गैंस कंपनी से बीमा कवर क्लेम कर सकते हैं आपको बता दें कि गैस कंपनी से ₹40लाख तक का बीमा क्लेम कराया जा सकता है अगर कंपनी आपका क्लेम देने से मना करती है तो इसकी शिकायत की जा सकती है दोषी पाए जाने पर गैस कंपनी का लाइसेंस रद्द हो सकता है 

3.कोई भी होटल चाहे वह फाइव स्टार ही क्यों ना हो आप फ्री में पानी पी सकते हैं और वॉशरूम इस्तेमाल कर सकते हैं इंडियन सीरीज एक्ट, 1887 के अनुसार आप देश के किसी भी होटल में जाकर पानी मांग कर पी सकते हैं और उस होटल का बाथरूम भी इस्तेमाल कर सकते हैं होटल छोटा हो या बड़ा वह आप को रोक नहीं सकते अगर होटल का मालिक या कोई कर्मचारी आप को पानी पिलाने से या वॉशरूम इस्तेमाल करने से रोकता है तो आप उन पर कार्रवाई कर सकते हैं, आपकी शिकायत से उस होटल का लाइसेंस रद्द हो सकता है IPC में धाराओं का मतलब वह हमारे भारतीय संविधान में अधिकार 

4.गर्भवती महिलाओं को नौकरी से नहीं निकाला जा सकता मेटरनिटी बेनिफिट एक्ट, 1961 के मुताबिक गर्भवती महिलाओं को अचानक नौकरी से नहीं निकाला जा सकता मालिक को पहले 3 महीने की नोटिस देनी होगी और प्रेगनेंसी के दौरान लगने वाले खर्चे का कुछ हिस्सा देना होगा अगर वह ऐसा नहीं करता तो उसके खिलाफ सरकारी रोजगार संघटना से शिकायत कराई जा सकती है इस शिकायत से कंपनी बंद हो सकती है या कंपनी को जुर्माना भरना पड़ सकता है 

5.पुलिस अफसर आपकी शिकायत लिखने से मना नहीं कर सकता आईपीसी के सेक्शन 166 ए, के अनुसार कोई भी पुलिस अधिकारी आपकी कोई भी शिकायत दर्ज करने से इनकार नहीं कर सकता अगर वह ऐसा करता है तो उसके खिलाफ पुलिस दफ्तर में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है अगर वह पुलिस अफसर दोषी पाया जाता है तो उसे कम से कम 6 महीने से लेकर 1 साल तक की जेल हो सकती है या फिर उसे अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है

IPC में धाराओं का मतलब वह हमारे भारतीय संविधान में अधिकार 

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