History

मुगल साम्राज्य का इतिहास

मुगल साम्राज्य का इतिहास

मुगल साम्राज्य का इतिहास 

मुगल साम्राज्य का इतिहास 1526 से लेकर 1858 ईस्वी तक रहा इसके बाद मुगल सत्ता कमजोर हो गई थी इसमें बीच में 15 साल   अफगानों का शासन रहा इसके बाद फिर से मुगलों का शासन स्थापित हो गया था  1526 ईसवी से 1540 ईस्वी तक बाबर और उनके बेटे हुमायूं ने शासन किया था इसके बाद 1540-1555इसवी अफगानों का शासन रहा जिसमें शेर शाह सुरी बीच में आ गए थे इसके बाद 1556-1707ईसवी तक मुगलों का शासन रहा  यह शासन अकबर से लेकर औरंगजेब तक रहा इसके बाद 1707-1858 ईसवी तक मुगलों का शासन रहा जिसे उत्तर मुगल काल भी कहा जाता है1707 ईस्वी से भारत में आधुनिक काल की शुरुआत मानी जाती है | मुगल साम्राज्य का इतिहास |

1.जहीरूद्दीन मोहम्मद बाबर-

बाबर मध्य एशिया से भारत आया था बाबर ने 1526 ईसवी में भारत पर आक्रमण कर इब्राहिम लोदी को प्राप्त कर मुगल साम्राज्य की नींव रखी थी इससे पहले यह मध्य एशिया  में काबुल का शासक थाबाबर ने 1526 से 15 से 30 ईसवी तक शासन किया इन्होंने 1526 में मुगल साम्राज्य को स्थापित किया था उन्होंने केवल 4 साल शासन किया उस समय जो भी राजा शासन संभालता था उसे मिर्जा की उपाधि दी जाती थी बाबर ने 1507 ईस्वी में मिर्जा की उपाधि को हटाकर बादशाह की उपाधि को लागू किया मुगल अपने आप को बादशाह मानते थे बाबर ने अपनी आत्मकथा- तुजुक ए बाबरी लिखी थी 1530 ईसवी में बाबर की आगरा में मृत्यु हो जाती है इसके बाद इन्हें काबुल में दफनाया जाता है काबुल में इनका मकबरा भी बना हुआ है पानीपत का प्रथम युद्ध 1526 ईस्वी में बाबर के द्वारा लड़ा गया था यह युद्ध बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच में हुआ था इस युद्ध में भारत भूमि पर पहली बार तोप खाने का प्रयोग हुआ था बाबर ने चार लड़ाइयां लड़ी थी 1526 से लेकर 1529 तक 

2.नसरुद्दीन मोहम्मद  हुमायूं 

हुमायूं बाबर का बेटा था  इन्होंने 1530 -1540 इसवी तक शासन किया  हुमायूं नेवी अपने जीवन में कई लड़ाइयां लड़ी थी इन सब में से चुनारगढ़ का जो किला है यह सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि शेरशाह सूरी आ गया था शेर शाह सुरी अफगानी सरदार था वह गानों को संगठित कर रहा था शेरशाह सूरी ने अपनी शक्ति को बढ़ा लिया था और उसने चुनार गढ़ के किले में अपने आप को सुरक्षित कर लिया था जब हुमायूं चुनार गढ़ के किले पर आक्रमण करता है तो उस समय शेर शाह सुरी कूटनीति का सहारा लेते हुए हुमायूं की अधीनता को स्वीकार कर लेता है क्योंकि उसे अपनी विशाल सेना को और अधिक संगठित करना था इसके लिए उसे समय मिल जाता और हुमायूं शेरशाह सूरी की कूटनीति को समझ नहीं पाता इसके बाद हुमायूं शेर शाह सुरी को माफ कर देता है इसके बाद शेर शाह सुरी हुमायूं को चौसा के युद्ध में बुरी तरह से हरा देता है और मैं अपनी जान बचाकर वहां से निकल जाता है 1540 ईसवी में कन्नौज का युद्ध हुआ था 

3.शेरशाह सूरी 

शेरशाह सूरी ने सूर वंश की स्थापना की थी शेरशाह सूरी ने1540-1545 शासन किया इन्होंने 5 वर्ष तक भारत पर शासन किया शेर शाह सुरी का मूल नाम फरीद खान था इन्होंने कई सार्वजनिक संबंधी कार्य किए थे शेरशाह सूरी ने जनता के कल्याण के भी कार्य किए थे शेरशाह सूरी ने सड़कों का निर्माण करवाया था जिसमें  ग्रांट ट्रंक रोड यह सबसे महत्वपूर्ण था यह पाकिस्तान के लाहौर गांव तक जाता हैशेरशाह सूरी ने अपने जीवन काल में बिहार में सासाराम  झील के अंदर अपना मकबरा बनवाया था शेरशाह सूरी ने चांदी का सिक्का चलाया जिसे रुपया कहा गया शेरशाह सूरी के समय ही मलिक मोहम्मद जायसी ने पद्मावत की रचना की थी शेरशाह सूरी की 1545 ईसवी में कालिंजर में मृत्यु हो गई थी

5. हुमायूं द्वारा पुनः सत्ता प्राप्ति

शेरशाह सूरी की मृत्यु के बाद हुमायूं ने 1555 ईसवी में मछुआरा और सरहिंद का युद्ध जीता और फिर से मुगल साम्राज्य की स्थापना की इन युद्धों में उन्होंने अफगानिस्तान को हराया था हुमायूं ने अपनी खोई हुई सत्ता को फिर से प्राप्त कर लिया था इन्होंने दिल्ली और आगरा में अपना शासन स्थापित कर लिया था 1556 ईसवी में हुमायूं की महल की सीढ़ियों से गिरकर मृत्यु हो गई थी हुमायूं का मकबरा दिल्ली में स्थित है | मुगल साम्राज्य का इतिहास |

5.जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर 

मोहम्मद अकबर ने 1556-1605 ईसवी तक शासन किया जब 1542 ईसवी में अकबर का जन्म हुआ उस समय इनके पिता हुमायूं दर-दर की ठोकरें खा रहे थे उनसे उनकी सत्ता छीन गई थी अपने पिता की मृत्यु के समय अकबर कलानौर में था 13 वर्ष की आयु में अकबर मुगल साम्राज्य का बादशाह बन गया था पानीपत का द्वितीय युद्ध 1556 ईस्वी में अकबर के द्वारा लड़ा गया था यह युद्ध अकबर और हेमू के बीच में लड़ा गया था इस युद्ध में हेमू की मृत्यु हो जाती है अकबर ने 1562 ईस्वी में आमेर के राजा भारमल की पुत्री हरका बाई से विवाह किया था अकबर के समय में 15  प्रांत हुआ करते थे अकबर ने अनुवाद विभाग की स्थापना की थी अकबर के दरबार में नोरत्न थे अकबर ने अपने जीवन काल में मनसबदारी व्यवस्था की शुरुआत की थी इसके बाद अकबर ने दहशाला  व्यवस्था की शुरुआत की थी अकबर के शासन काल को साहित्य का स्वर्ण युग माना जाता है अकबर की 1605  ईस्वी में बीमारी के कारण मृत्यु हो गई थी अकबर का मकबरा आगरा के निकट सिकंदरा में स्थित है

6.मोहम्मद जहांगीर 

जहांगीर का जन्म 1569  ईस्वी में हुआ था इन्होंने 1605 – 1627  ईस्वी तक शासन किया इनके बचपन का नाम सलीम था जहांगीर ने मेवाड़ को अपने अधीन कर लिया था क्योंकि उस समय वहां का राजा राणा अमर सिंह था राणा अमर सिंह ने जहांगीर के साथ संधि कर ली थी इसके बाद जहांगीर ने अहमदनगर को अपने अधीन कर लिया था जहांगीर ने अपनी आत्मकथा- तुजुक ए जहांगीरी के नाम से लिखी थी ब्रिटिश व्यापारियों को भारत में व्यापार करने की अनुमति जहांगीर ने दी थी जहांगीर की 16 27 ईस्वी में लाहौर के निकट भीम वार में मृत्यु हो जाती है लाहौर के निकट शाहदरा में जहांगीर का मकबरा है 

7.शहाबुद्दीन शाहजहां 

शाहजहां का जन्म 1592 ईस्वी में हुआ था इन्होंने 1628 से लेकर 1658 इसवी तक शासन किया शाहजहां ने मुमताज की स्मृति में ताजमहल बनवाया था राज्याभिषेक के समय शाहजहां ने अपने भाइयों की हत्या करवा दी थी बीजापुर और गोलकुंडा राज्यों में मुगलों का शासन स्थापित हुआ शाहजहां दिल्ली का लाल किला बनवाया था और दिल्ली के निकट यमुना नदी के तट पर शाहजहानाबाद नामक नगर की स्थापना कर राजधानी बनाई 1666 ईस्वी में शाहजहां की मृत्यु हो गई थी शाहजहां  को ताज महल में मुमताज के बगल में दफना दिया गया | मुगल साम्राज्य का इतिहास |

8.औरंगजेब 

औरंगजेब का 1618 इसवी में उज्जैन के निकट दोहद नामक स्थान पर जन्म हुआ इन्होंने 1658-1707 ईसवी तक शासन किया इनकी पत्नी का नाम दिलरस बानो बेगम था औरंगजेब ने बीजापुर और गोलकुंडा को जीतकर मुगल साम्राज्य में शामिल कर लिया था औरंगजेब ने 1679 ईसवी में  हिंदुओं पर जजिया कर लगाया था इसके बाद श्री गुरु तेग बहादुर की हत्या करवा दी थी इसके बाद गुरु गोविंद सिंह जी के बेटों की हत्या करवा दी थी यह बहुत ही निर्दई बादशाह था औरंगजेब ने छत्रपति संभाजी महाराज की भी हत्या करवा दी थी औरंगजेब ने दक्षिण में औरंगाबाद नामक नगर की स्थापना की थी औरंगजेब की 1707 ईस्वी में औरंगाबाद में मृत्यु हो गई थी  

औरंगजेब की मृत्यु के बाद मुगलों का पतन होना शुरू हो गया था मराठा शक्ति का शासन बढ़ने लगा था

9. पेशवा बाजीराव

1737 ईस्वी में पेशवा बाजीराव प्रथम ने दिल्ली पर आक्रमण किया इसके बाद 1739 ईस्वी में फारस के नादिरशाह ने दिल्ली पर आक्रमण किया इसके बाद अहमद शाह ने 1748 से 1754 ईस्वी तक शासन किया इसके बाद आलमगीर द्वितीय ने 1754 ईस्वी से 1759 ईस्वी तक शासन किया और 1757 ईस्वी में प्लासी का युद्ध लड़ा गया 

10. शाह आलम

मुगल बादशाह शाह आलम ने 1759 से 1806 ईसवी तक शासन किया इनके समय में पानीपत का तीसरा युद्ध 1761 ईस्वी में लड़ा गया था

11.बहादुर शाह जफर 

बहादुर शाह जफर ने 1837 ईस्वी से 1858 ईस्वी तक शासन किया इनके समय में 1857 की क्रांति हुई थी यह एक साहित्य प्रेमी थे बहादुर शाह जफर को बर्मा की राजधानी रंगून में कैद करके रखा जाता है वहीं पर उनकी मृत्यु हो जाती है | मुगल साम्राज्य का इतिहास |

 

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